Şarkı sözleri

सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ साँवरिया, तेरी याद में... साँवरिया, तेरी याद में तेरी चिट्ठियाँ बाँचूँ हो-हो, सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ साँवरिया, तेरी याद में... साँवरिया, तेरी याद में तेरी चिट्ठियाँ बाँचूँ हो-हो, सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ तीरों सी चुभती हैं सावन की सब ये बूँदें चिट्ठी का हर अक्षर मेरी उड़ाता है नींदें एक तो ये तन्हाई ढाए है सितम उस पे यूँ सावन में जलते हैं हम सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ साँवरिया, तेरी याद में, साँवरिया, तेरी याद में तेरी चिट्ठियाँ बाँचूँ हो-हो, सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ आओ-आओ, जानम, प्यार का है ये मौसम मदमाती बारिश में आओ ज़रा भीगें हम एक सपना लगता है आना तेरा आओगे, कहता है ये दिल मेरा सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ साँवरिया, तेरी याद में... साँवरिया, तेरी याद में तेरी चिट्ठियाँ बाँचूँ हो-हो, सावन में मोरनी बन के मैं तो छम-छम नाचूँ हो, मैं तो छम-छम नाचूँ
Writer(s): Lalit Sen Lyrics powered by www.musixmatch.com
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