Şarkı sözleri
होंठों में ऐसी बात मैं दबा के चली आई
खुल जाए वो ही बात तो दुहाई है, दुहाई
होंठों में ऐसी बात मैं दबा के चली आई
खुल जाए वो ही बात तो दुहाई है, दुहाई
हाँ-रे-हाँ, बात जिसमें प्यार तो है
ज़हर भी है, हाय
होंठों में ऐसी बात मैं दबा के चली आई
खुल जाए वो ही बात तो दुहाई है, दुहाई
रात काली नागिन सी हुई है जवाँ, अरे, हाँ
रात काली नागिन सी हुई है जवाँ, अरे, हाँ
हाय-दैया, किसको डसेगा ये समाँ?
हाँ, हाय-दैया, किसको डसेगा ये समाँ?
जो देखूँ पीछे मुड़ के तो पग में पायल तड़पें
आगे चलूँ तो धड़कती है सारी अंगनाई
होंठों में, हाय
होंठों में, हाय
होंठों में ऐसी बात मैं दबा के चली आई
खुल जाए वो ही बात तो दुहाई है, दुहाई
हाँ-रे-हाँ, बात जिसमें प्यार तो है
ज़हर भी है, हाय
होंठों में (ऐसी बात...)
खुल जाए (वो ही बात...)
होंठों में (ऐसी बात...)
खुल जाए (वो ही बात...)
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Sachin Dev Burman
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