Credits
PERFORMING ARTISTS
Madhushree
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Nadeem Shravan
Composer
Tabun
Composer
Gulzar
Songwriter
Lyrics
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात-भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना...
जिया जले, जाँ जले
जिया रे...
देखते हैं तन मेरा, मन में चुभती है नज़र
होंट सिल जाते उन के नर्म होंटों से मगर
गिनती रहती हूँ मैं अपनी करवटों के सिलसिले
क्या करूँ? कैसे कहूँ रात कब, कैसे ढले
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात-भर धुआँ चले
जिया जले, जिया...
जिया...
अंग-अंग में जलती हैं दर्द की चिंगारियाँ
मसले फूलों की महक में तितलियों की क्यारियाँ
रात-भर बेचारी मेहँदी पिसती है पैरों तले
क्या करूँ? कैसे कहूँ रात कब, कैसे ढले
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात-भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले, नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात-भर धुआँ चले
जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना...
जिया जले, जाँ जले
Written by: Gulzar, Nadeem - Shravan, Tabun

