歌词

तेरे हवाले है ये ज़िंदगी मेरी तेरे उजाले से सब राहें हैं यहाँ अपने नसीब का मैं बादशाह नहीं तू मेरी शाम है, तू ही मेरी सुबह तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया शोर आया ऐसे, तो तू बेफ़िकर है क्यूँ? शरमाईं मंज़िलें, तू बेख़बर है क्यूँ? रंगों से दोस्ती है मैंने भी करी क्या है तू सोचति, मुझ को भी तो बता तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया फ़िकर के दिन और रातें ढल गया सूरज कहाँ फ़िज़ूल की थी बातें खो गए थे हम जाने कहाँ तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया रोज़ाना मेरी तो है दास्ताँ नई पुरज़े पुराने हैं पर शौक हैं कई तारों की रोशनी ने दिखाया रास्ता पर मैं मुकर गया, तू साथ जो यहीं तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया तूने कहा, मैंने सुन लिया
Writer(s): Prateek Kuhad Lyrics powered by www.musixmatch.com
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