歌词
दिल मुझसे जुदा क्यूँ हुआ?
ये तुझपे फ़िदा क्यूँ हुआ?
नाम तेरा ही लेने लगा
ये दीवाना सा क्यूँ हुआ?
रोका इसे, माना नहीं
तेरा होना था, हो गया
याद तेरी क्यूँ आने लगी?
जान मेरी क्यूँ जाने लगी?
आँख मेरी क्यूँ रोने लगी?
रूह मेरी क्यूँ गाने लगी?
नग़में वफ़ा के जी भरके गा ले
अश्क़ों से दिल की आग बुझाले
नग़में सुनाऊँगा, झूम के गाऊँगा
तुमसे करूँगा वफ़ा
दिल ना जाने कहता है क्यूँ
नाम तेरा ही लिखता रहूँ
तू मझको बस इतना बता
प्यार तेरा कहाँ मैं रखूँ?
आँखों में रख ले, दिल में छुपा ले
मुझको चुराके अपना बना ले
अपना बनाऊँगा, तुझको ले जाऊँगा
सुन ले मेरी, दिलरुबा
रात रुक-रुक के ढलने लगी
चाँद रुक-रुक के चलने लगा
ये रिमझिम की पहली घटा
क्यूँ पर्बत पे छाया नशा?
तेरी मोहब्बत बिखरी हुई है
हर चीज़ देखो निखरी हुई है
मदहोश करती है, झूम के चलती है
इन वादियों में हवा
सुन, क़ुदरत की धड़कन को सुन
फिर चाहत के ख़ाबों को बुन
प्यार मेरा ये होगा ना कम
मैं तेरा रहूँगा, सनम
सपनों की दुनिया आजा बसाएँ
चाहत के रंगों से उसको सजाएँ
अब कैसा डरना? वादा ये करना
मिलके ना होंगे जुदा
दिल मुझसे जुदा क्यूँ हुआ?
ये तुझपे फ़िदा क्यूँ हुआ?
नाम तेरा ही लेने लगा
ये दीवाना सा क्यूँ हुआ?
रोका इसे, माना नहीं
तेरा होना था, हो गया
तेरा होना था, हो गया
Written by: Anu Malik, Dev Kohli


