歌词
बाली...
बाली उमरिया, भजन करूँ कैसे?
चढ़ती जवानी, जोगन बनूँ कैसे?
बाली उमरिया, भजन करूँ कैसे?
चढ़ती जवानी, जोगन बनूँ कैसे?
झूठा...
झूठा गुरु का बचन करूँ कैसे?
साधू हूँ, तेरा सजन बनूँ कैसे?
झूठा...
चाल मेरी बहकी, नज़र मेरी डोली
चाल मेरी बहकी, नज़र मेरी डोली
छूट गया बचपन, बदल गई बोली
तेरी तू जान, मुझे छोड़ दे अकेला
मैं ना बन पाऊँगा साधू से छैला (हो)
माया...
माया में मन को मगन करूँ कैसे?
चढ़ती जवानी, जोगन बनूँ कैसे?
बाली उमरिया, भजन करूँ कैसे?
चढ़ती जवानी, जोगन बनूँ कैसे?
बाली...
ना घर की परवाह, ना लोगों का डर है
ना घर की परवाह, ना लोगों का डर है
ऐसी क्या तेरी ही चढ़ती उमर है
जाने क्यूँ तुझ पर ना कोई असर है
तेरी और मेरी बराबर उमर है
नाज़ुक...
नाज़ुक कमरिया, सँभल चलूँ कैसे?
साधू हूँ, तेरा सजन बनूँ कैसे?
झूठा गुरु का बचन करूँ कैसे?
साधू हूँ, तेरा सजन बनूँ कैसे?
झूठा...
बार-बार तुझको ये कैसे समझाऊँ
बार-बार तुझको ये कैसे समझाऊँ
तुझसे कोई रिश्ता मैं जोड़ नहीं पाऊँ
लाज लगे, बतियाँ मैं कैसे बताऊँ
ऐसा ना हो, मैं कुँवारी रह जाऊँ
ठंडी...
ठंडी ये मन की अगन करूँ कैसे?
साधू हूँ, तेरा सजन बनूँ कैसे?
झूठा गुरु का बचन करूँ कैसे?
चढ़ती जवानी, जोगन बनूँ कैसे?
बाली...
Written by: Shankar - Jaikishan, Vithalbhai Patel