Hariharan & Kavita Krishnamurthy 即将举行的音乐会

制作

出演艺人
Hariharan
Hariharan
表演者
Kavita Krishnamurthy
Kavita Krishnamurthy
表演者
作曲和作词
Ismail Darbar
Ismail Darbar
作曲
Mehboob
Mehboob
作词

歌词

झोंका हवा का आज भी ज़ुल्फ़ें उड़ाता होगा ना? तेरा दुपट्टा आज भी तेरे सर से सरकता होगा ना? बालों में तेरे आज भी फूल कोई सजता होगा ना? ठंडी हवाएँ रातों में तुझको थपकियाँ देती होगी ना? चाँद की ठंडक ख़्वाबों में तुझको लेके तो जाती होगी ना? सूरज की किरणे सुबह को तेरी नींदें उड़ाती होगी ना? मेरे ख़यालों में, सनम, ख़ुद से ही बातें करती होगी ना? मैं देखता हूँ छुप-छुप के तुम को, महसूस करती होगी ना? झोंका हवा का आज भी ज़ुल्फ़ें उड़ाता होगा ना? तदेव लग्नं, सुदिनं तदेव ताराबलं, चन्द्रबलं तदेव विद्याबलं, दैवबलं तदेव लक्ष्मीपते तेंघ्रियुगं स्मरामि शुभ मंगल, सावधान काग़ज़ पे मेरी तस्वीर जैसी कुछ तो बनाती होगी ना? उलट-पलट के देख के उसको जी-भर के हँसती होगी ना? हँसते-हँसते आँखें तुम्हारी भर-भर आती होगी ना? मुझको ढका था धूप में जिससे, वो आँचल भिगोती होगी ना? सावन की रिमझिम मेरा तराना याद दिलाती होगी ना? इक-इक मेरी बातें तुम को याद तो आती होगी ना? याद तो आती होगी ना? याद तो आती होगी ना? क्या तुम मेरे इन सब सवालों का कुछ तो जवाब दोगी ना?
Writer(s): Mehboob, Ismail Darbar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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