歌词

आँखों की नींद हो शबनम की बूँद हो, बस तुम होंठों की प्यास हो जीने की आस हो, बस तुम आँखों की नींद हो शबनम की बूँद हो, बस तुम होंठों की प्यास हो जीने की आस हो, बस तुम मेरे ख़्यालों की धुँधली फसीलों पे सुबह की बारिश हो तुम थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे मैं, मेरी नींदें जागें तेरे ही लिए ये मेरी नींदें जागें तेरे ही लिए क्यूँ हर ख़ुशी मुस्कुराए तेरे ही लिए? मैं तेरा अक्स हूँ, तू मेरा आईना आ मिटा दे सभी दूरियाँ थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे क्यूँ तेरा ज़िक्र रहे ख़्यालों में मेरे? क्यूँ तेरा ज़िक्र रहे ख़्यालों में मेरे? क्यूँ इस तरह रहता है तू सवालों में मेरे? ख़्वाहिशें तू मेरी, राहतें तू मेरी फ़ासले ना रहे दरमियाँ थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, इश्क़ में खो रहे थोड़े से हम, थोड़े से तुम, मुक़म्मल हो रहे
Writer(s): Imran, Shabbir Ahmed, Bobby Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out