歌词
कभी जो आओगे तुम
मेरी गली फ़िर लौट के
पूछना तब ना हमको तुम
क्यूँ हम रहे ना हम से
है सब कुछ बदल रहा
दिल के उस शहर में
झलकती है बातें तेरी
अब भी मेरे ज़हन में
कभी ना फ़िर वो सुकूँ मिला
पनपा था जो मेरे आँगन में
तेरा एक नूर है भटकता
सीने के तंग गलियारों में
रहना बस तुम ख़ुश सदा
सोचना ना मेरे बारे में
और ना पूछना ख़ुद को तुम
क्यूँ तुम रहे ना तुम से
है सब कुछ बदल गया
दिल के उस शहर में
झलकती थी बातें तेरी
जहाँ मेरे ज़हन में
Written by: Ishpreet Singh, Ramil Ganjoo, Shivam Bakshi