歌词
जब सज के वो आई, मैं चुप हो गया
मेरा हाथ छुड़ा के दिल तेरा हुआ
ਅੱਖੀਆਂ ਦਾ ਤੇਰੀ ਐਨਾ ਨੂਰ ਹੈ
तू जहाँ से शुरू, मैं ख़तम हूँ वहाँ
जब सज के वो आई, मैं चुप हो गया
ਹੋ, ਤੇਰਾ ਰੰਗ ਗੁਲਾਬੀ, ਹਾਸਾ ਮੋਗਰੇ ਜਿਹਾ
तू कहाँ मुड़ जाए, तेरा कुछ ना पता
तितली है या तू कोई फूल है?
रब ने चीज़ क्या बना दी, उसको ख़ुद नहीं पता
जब सज के वो आई, मैं चुप हो गया
इक वारी देखने से भरता नहीं है
बातें फ़िज़ूल की ये करता नहीं है
सुन ले, हुज़ूर वे, इतना ज़रूर वे
दिल टूटने से डरता नहीं है
तेरे दिल में जो मेरी सरकार हो जाए
मैं ही जीत लूँ ये कुर्सी, सब की हार हो जाए
प्यारा बड़ा तेरा ये ग़ुरूर है
तू दें धमकियाँ मुझे, और मैं फ़िदा हो चला
जब सज के वो आई, मैं चुप हो गया
Written by: Aditya A

