歌词
इतनी सी बात
फटी में अड़ा दी
मौक़ा दिखा
दुनिया उड़ा दी
रक्खी बाँध कलाई, हर घुट्टी पिलाई
करी घोर भलाई, भाई ने
उसका है हाथ
जान भिड़ा दी
फूँक ऐसी मारी
बदली हवा भी
कैसे जीना सिखाया, पूरा धंधा बताया
सब उसका ही साया, भाई रे
धांय-धांय, बजे हर जगह, है ये ऐसा
सांय-सांय, बहे बन के खून में पैसा
दी जो नज़रिया, बदली डगरिया
चारों पहरिया रे
लम्बा ये दरिया, मैं तो नहीं डरिया
काटूं कहरिया रे
ये सारी नगरिया, सारी बजरिया
हमरी लहरिया रे
ये तो है करिया, हम भी बचे ना
सब ही हैं करिया रे
धांय-धांय, करे हर जगह, है ये ऐसा
हांय-हांय, करे सब यहाँ, है ये ऐसा
ये पैसा, पैसा, पैसा, पैसा
Written by: Neeraj Pandey, Sagar Desai