歌词
लंबा रस्ता था, ख़ालीपन मेरा यार था
सबकी नज़रों में था मैं पागल, बेकार था
तू छाँव जैसे आया है, फूल संग लाया है
मेरे हाथों में मैंने तेरा हाथ पाया है
तू राग जैसे आया है, गीत संग लाया है
जो दिल खोल के हमने गाया है
अब जो ढूँढेंगे, वो सब मिल जाएगा
खोए पंछियों को घर मिल जाएगा
जो हारा था, अब उसका ना कोई ग़म
जो भी खोया था, वापस मिल जाएगा
आगे जो होगा, वो देखेंगे
नाचेंगे-झूमेंगे, ज़्यादा ना सोचेंगे
बीती बातों को भूलेंगे, झूलों पे झूलेंगे
कुछ-ना-कुछ कर लेंगे
अब जो चाहेंगे, वो सब मिल जाएगा
खोए पंछियों को घर मिल जाएगा
जो हारा था, अब उसका ना कोई ग़म
जो भी खोया था, वापस मिल जाएगा
Written by: Osho Jain, Sagar Udyan Manubhai