歌词
(हम थे ढूँढते जिसे वो कमी बन गए)
(तुम मेरे इश्क़ की सरज़मीं बन गए) Aye!
तेरे लिए हम दुनिया से लड़ गए
बिना बोले तेरे लिए सब कर गए
पर असली इम्तेहाँ में क्यूँ
तुम वादों से ही मुकर गए?
तेरे-मेरे वो ख़्वाब बिखर गए
मैं ज़ख़्मी, आप किधर गए?
सब रिश्ते-साथ बिगड़ गए
असली में साँप निकल गए
शायद हम ये लिखते ना
तू ना मिली होती, ख़ुद से मिलते ना
फूल जो दिए मैंने ख़ुद से, खिलते ना
भूल थी वो मेरी, वरना ख़ुद से ही गिरते ना (ah)
अब कैसे सच को बदल दूँ
दिल पे मरहम भी मैं मल दूँ
मिलती ना राहत फिर भी
दिन के कितने करती क़तल तू
माना तुझे ख़ुदा, लेकिन करा तूने जुदा
देखे मैंने सपने बड़े ये तो मेरा गुनाह
जो भी तेरे दिल ने कहा था मैंने वो सुना
वक़्त आने पर तूने किसी ग़ैर को ही चुना
ख़ैर, तेरे होंठों से है वो लिपटा ज़हर
छू दूँ उनको, तो निपटा मैं
भूल के भी तेरे इस शहर में कभी भी अब ना दिखता मैं
यादों में है तू पर डूबती है जारी
खाली है दिल पर ये फिर भी है भारी
दो पल में किसी और को तू चाहती
लगती है हमको तू दिल की जुवारी
यादों में है तू पर डूबती है जारी
खाली है दिल पर ये फिर भी है भारी
दो पल में किसी और को तू चाहती
लगती है हमको तू दिल की जुवारी
रिश्ते भी टूटे, तुम भी हो रूठे, दिल की ये लूट है
तुझको ना छूते, आँसू भी सूखे, वादें ये झूठ है
तेरे बिना ज़िंदगी ये हमें भी क़ुबूल है
तू सोचे हम आ रहे है वापस पर, ये तो तेरी भूल है
उलफ़त माँगी थी हमने पर, मिली क्या बदले में तेरी शिक़ायतें
राज़ी थे जान अपनी देने के लिए, और वादें वो हमने निभाए थे
तोड़ी वो सारी रिवायतें, दिल अपना खुल के दिखाए थे
सारे वो राज़ जो अभी तक आज दुनिया में ना किसी को भी बताए थे
यादों में है तू पर डूबती है जारी
खाली है दिल पर ये फिर भी है भारी
दो पल में किसी और को तू चाहती
लगती है हमको तू दिल की जुवारी
Written by: Void
