歌词
बादिला, यही रीझो सा
रे बादिला, यही रीझो सा
थाने पंखियाँ झुलावाँ सारी
रात म्हारा मीठा भारो
आज रीझो सा
बादिला, यही रीझो सा
रे बादिला, यही रीझो सा
कपट प्रीत भँवरा करे
जो कली-कली रस लेत
साँची, प्रीत पतंग की
जो फिर-फिर जियरा देत
बादिला, यही रीझो सा
रे बादला, बादिला, यही रीझो सा
थाने बाताँ में गुल मावा सारी
रात म्हारा मीठा भारो
आज रीझो सा
बादिला, यही रीझो सा
रे बादिला, यही रीझो सा
जल बीच बसत कुमदिनी
और चंदा बसे आकाश
जो चाहूँ कि मन बसे...
जो चाहूँ कि मन बसे, वो वाहूँ के पास
बादिला, यही रीझो सा
रे बादिला, यही रीझो सा
थाने पंखियाँ झुलावाँ सारी
रात म्हारा मीठा भारो
आज रीझो सा
बादिला, ओ
ओ, बादिला
हाँ-जी, बादिला
यही रीझो सा
Written by: Rasul Kha


