制作
出演艺人
Kabul Bukhari
声乐
努萨特阿里干
声乐
作曲和作词
努萨特阿里干
作曲
制作和工程
Kabul Bukhari
制作人
歌词
ज़िन्दगी के सफ़र में बहुत दूर तक
ज़िन्दगी के सफ़र में बहुत दूर तक
जब कोई दोस्त आया ना हमको नज़र
हमने घबरा के तन्हाइयों से सबा
हमने घबरा के तन्हाइयों से सबा
एक दुश्मन को ख़ुद हमसफ़र कर लिया
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
बात तो सिर्फ़ एक रात की थी मगर
बात तो सिर्फ़ एक रात की थी मगर
इन्तज़ार आपका उम्र-भर कर लिया
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
तेरे अबाब की रूदाद हो गए हैं हम
तेरे अबाब की रूदाद हो गए हैं हम
बड़े ख़लूस से बर्बाद हो गए हैं हम
ज़रा देखिए
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
इश्क़ में उलझनें पहले ही कम ना थीं
इश्क़ में उलझनें पहले ही कम ना थीं
और पैदा नया दर्द-ए-सर कर लिया
और पैदा नया दर्द-ए-सर कर लिया
इश्क़ को दर्द-ए-सर कहने वालों, सुनो
इश्क़ को दर्द-ए-सर कहने वालों, सुनो
कुछ भी हो, हमने ये दर्द-ए-सर ले लिया
कुछ भी हो, हमने ये दर्द-ए-सर ले लिया
अब वो निगाहों से बचके कहाँ जाएँगे
अब वो निगाहों से बचके कहाँ जाएँगे
अब तो उनके मुहल्ले में घर ले लिया
अब तो उनके मुहल्ले में घर ले लिया
इश्क़ में उलझनें पहले ही कम ना थीं
इश्क़ में उलझनें पहले ही कम ना थीं
और पैदा नया दर्द-ए-सर कर लिया
और पैदा नया दर्द-ए-सर कर लिया
लोग डरते हैं क़ातिल की परछाइ से
लोग डरते हैं क़ातिल की परछाइ से
हमने क़ातिल के दिल में भी घर कर लिया
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
तेरी सल्तनत में हैं तेरे लश्कर से घेरे हुए
तेरी सल्तनत में हैं तेरे लश्कर से घेरे हुए
तू मारे, छोड़े, क़ैद में डाले, हम तो बस तेरे हुए
तू मारे, छोड़े, क़ैद में डाले, हम तो बस तेरे हुए
बेक़रारी मिलेगी, लुटेगा सुकूँ
बेक़रारी मिलेगी, लुटेगा सुकूँ
चैन छिन जाएगा, नींद उड़ जाएगी
चैन छिन जाएगा, नींद उड़ जाएगी
अपना अंजाम सब हमको मालूम था
अपना अंजाम सब हमको मालूम था
आप से दिल का सौदा मगर कर लिया
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
ज़िक्र एक बेवफ़ा और सितमगर का था
ज़िक्र एक बेवफ़ा और सितमगर का था
आपका ऐसी बातों से क्या वास्ता?
आपका ऐसी बातों से क्या वास्ता?
आप तो बेवफ़ा और सितमगर नहीं
आप तो बेवफ़ा और सितमगर नहीं
आपने किसलिए मुँह उधर कर लिया?
सादगी तो हमारी ज़रा देखिए
एतबार आपके वादे पर कर लिया
Written by: Nusrat Fateh Ali Khan