歌詞
इश्क़ इक ज़हर सही फिर भी पिए जाता हूँ
दिल के वीराने को आबाद किए जाता हूँ
इश्क़ इक ज़हर सही...
और दुनिया में...
और दुनिया में मोहब्बत से बड़ा काम है क्या?
बस यही सोच के ये काम किए जाता हूँ
दिल के वीराने को आबाद किए जाता हूँ
इश्क़ इक ज़हर सही...
जो किसी रोज़ मेरे...
जो किसी रोज़ मेरे मौत का बाइस होंगे
उन हसीनों की तमन्ना में जिए जाता हूँ
दिल के वीराने को आबाद किए जाता हूँ
इश्क़ इक ज़हर सही...
मुझको मालूम नहीं...
मुझको मालूम नहीं लोग मगर कहते हैं
सोते-सोते, हाँ, सोते-सोते, हाँ
सोते-सोते भी तेरा नाम लिए जाता हूँ
दिल के वीराने को आबाद किए जाता हूँ
इश्क़ इक ज़हर सही फिर भी पिए जाता हूँ
दिल के वीराने को आबाद किए जाता हूँ
इश्क़ इक ज़हर सही...
Written by: Madan Mohan, Rajinder Krishan