歌詞
उड़ जा प्यासे भँवरे
रस ना मिलेगा ग़ारों में
काग़ज़ के फूल जहाँ खिलते हैं
बैठ ना उन गुलज़ारों में
नादान तमन्ना रेती में
उम्मीद की कश्ती खेती है
इक हाथ से देती है दुनिया
दो हाथों को ले लेती है
ये खेल है कब से जारी, हाए
बिछड़े सभी...
बिछड़े सभी बारी-बारी
अरे, देखी जमाने की यारी
बिछड़े सभी बारी-बारी
क्या लेके मिलें अब दुनिया से
आँसू के सिवा कुछ पास नहीं
आ, फूल ही फूल थे दामन में
या काँटों की भी आस नहीं?
मतलब की दुनिया है सारी
बिछड़े सभी...
बिछड़े सभी बारी-बारी
अरे, देखी जमाने की यारी
बिछड़े सभी बारी-बारी
बिछड़े सभी बारी-बारी
Written by: Kaifi Azmi, S.D. Burman


