積分
演出藝人
Kailash Kher
演出者
詞曲
Vijay Verma
作曲
Rajesh Manthan
作詞
歌詞
हुआ शंखनाद है, शस्त्र उठा, कर आह्वान, रण क्षेत्र तेरा
चहुँ ओर व्यूह में तू है घिरा, बना लाल धरा, तू शौर्य दिखा
यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय-कील हृदय में गाड़ रहा
घने अंधकार में गुम है छटा, बलीवेदी सजी, गतिरोध हटा
छल, बल, वर्चस्व ने स्वांग भरा, दुष्कर्म अधर्म का है पहरा
कर शत्रुहनन, नरमुंड गिरा, ध्वज अपनी विजय का तू लहरा
जले अग्निशिखा-सा दशहरा, उन्माद क्रोध का दशहरा
यही पर्व न्याय का दशहरा, है लक्ष्य विजय का दशहरा
राम हुए एक त्रेता में
एक रावण का संहार किया
इस युग में सौ-सौ रावण हैं
फिर राम ने है अवतार लिया
हुआ शंखनाद है, शस्त्र उठा, कर आह्वान, रण क्षेत्र तेरा
चहुँ ओर व्यूह में तू है घिरा, बना लाल धरा, तू शौर्य दिखा
भेस बदल, नरका रावण (यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय कील हृदय में गाड़ रहा)
है लांघ रहा लक्ष्मण रेखा (यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय कील हृदय में गाड़ रहा)
हर युग में लुटती सीता नयी (यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय कील हृदय में गाड़ रहा)
है, राम, तेरा रस्ता देखा (यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय कील हृदय में गाड़ रहा)
हुआ शंखनाद है, शस्त्र उठा, कर आह्वान, रण क्षेत्र तेरा
चहुँ ओर व्यूह में तू है घिरा, बना लाल धरा, तू शौर्य दिखा
चहुँ ओर व्यूह में तू है घिरा, बना लाल धरा, तू शौर्य दिखा
इतना तू काम कर दे, खेल तमाम कर दे
अब त्राहिमाम कर दे, त्राहिमाम, त्राहिमाम
शीश गिरा दे धड़ से, ताप बुझा दे तड़ से
शत्रु मिटा दे जड़ से, शत्रु मिटा, शत्रु मिटा
पूछ रहा है यक्ष प्रश्न ये, "पाप का मर्दन कब होगा?"
"टूट रहा है धैर्य राम का, भसम दशानन अब होगा"
खौल रहा आक्रोश रक्त में, पाप दहन हो जावेगा रे
तान दियो अब बाण राम ने, रावण बच ना पावेगा
हुआ शंखनाद है, शस्त्र उठा, कर आह्वान, रण क्षेत्र तेरा
चहुँ ओर व्यूह में तू है घिरा, बना लाल धरा, तू शौर्य दिखा
यहाँ दुष्ट गिद्ध-सा ताड़ रहा, भय-कील हृदय में गाड़ रहा
घने अंधकार में गुम है छटा, बलीवेदी सजी, गतिरोध हटा
छल, बल, वर्चस्व ने स्वांग भरा, दुष्कर्म अधर्म का है पहरा
कर शत्रुहनन, नरमुंड गिरा (हे राम), ध्वज अपनी विजय का तू लहरा
जले अग्निशिखा-सा दशहरा, उन्माद क्रोध का दशहरा
यही पर्व न्याय का दशहरा (हे राम), है लक्ष्य विजय का दशहरा
Written by: Rajesh Manthan, Vijay Verma

