歌詞

Hmm, अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता, ओ-ओ-ओ तो माथे पे चंदा की बिंदिया लगाता तेरी माँग तारों से मैं सजाता ओ, अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता तो मैं चाँदनी से भी सेहरा बनाती मोहब्बत की धड़कन से उस को सजाती, ओ-ओ-ओ मैं ख़ुद अपने हाथों से तुझ को पहनाती अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता मेरे पास दिल के सिवा कुछ नहीं है ज़माने में दिल से बड़ा कुछ नहीं है तो फिर आ, तुझे अपने दिल में बसा लूँ तुझे अपने हाथों की रेखा बना लूँ तुझे अपने हाथों की रेखा बना लूँ अगर ये समुंदर मेरे बस में होता अगर ये समुंदर मेरे बस में होता, ओ-ओ-ओ मोहब्बत का मोती मैं इस में से लाती सुन मेरे साजन, सुन मेरे साथी अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर तुझ से बिछड़ूँ तो मर जाऊँ, जानम क़सम तुझ को मेरी, ना बोल ऐसा, हमदम क्या है तमन्ना तेरी, मेरे साजन? रहूँ तेरे दिल में तेरी बनके धड़कन रहूँ तेरे दिल में तेरी बनके धड़कन अगर ये जहाँ मेरी मुट्ठी में आता अगर ये जहाँ मेरी मुट्ठी में आता, ओ-ओ-ओ तो तुझ पर से क़ुर्बान कर के लुटाता तेरी माँग तारों से मैं सजाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता अगर आसमाँ तक मेरा हाथ जाता
Writer(s): Anu Malik, Zameer Kazmi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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