積分
演出藝人
Guroo
演出者
詞曲
Guroo
詞曲創作
Gursharan Singh Syan
作曲
製作與工程團隊
Gursharan Singh Syan
製作人
歌詞
दोस्तों...
दोस्ती के कुछ पल, ऐसे भी जिया हूँ
कि
ना थी ज़िम्मेवारी, और ना ही कोई बीमारी...
ना थी ज़िम्मेवारी, और ना ही कोई बीमारी ।
खूब भागे और दौड़े…
संग गर्म और सर्द, हवाओं के थपेड़े ।।
फ़ुर्सत ही फ़ुर्सत में, दिमाग़ में होती थी ख़ुराफ़ात...
फ़ुर्सत ही फ़ुर्सत में, दिमाग़ में होती थी ख़ुराफ़ात ।
रहते आँखों में जोशीले नग़मे…
और हम गाते थे बिंदास ।।
ना थी कोई फ़िक्र, और ना करते किसी का ज़िक्र...
ना थी कोई फ़िक्र, और ना करते किसी का ज़िक्र ।
रहते थे मदहोश दीवाने…
बेपरवाह और मस्ताने ।।
तो कह दूँ, तुम्हें आज
की दोस्तों...
दोस्ती के कुछ पल, वैसे भी जिया हूँ
की दोस्ती के कुछ पल, वैसे भी जिया हूँ।
Written by: Guroo, Gursharan Singh Syan