歌詞

जुगनू-जुगनू कर के तेरे मिलन के दीप जलाए हैं हम ने जुगनू-जुगनू कर के तेरे मिलन के दीप जलाए हैं अखियों में मोती भर-भर के तेरे हिज्र में हाथ उठाए हैं तेरे नाम के हर्फ़ की तसबीह को साँसों के गले का हार किया दुनिया भूली, और सिर्फ़ तुझे... हाँ, सिर्फ़ तुझे ही प्यार किया तुम जीत गए, हम हारे हम हारे और तुम जीते तुम जीत गए, हम हारे हम हारे और तुम जीते तुम जीते हो, लेकिन हम सा कोई हारा ना होगा दिल ग़लती कर बैठा है ग़लती कर बैठा है दिल दिल ग़लती कर बैठा है ग़लती कर बैठा है दिल दिल ग़लती कर बैठा तू बोल, ओ, यारा, क्या होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा हम ने धड़कन-धड़कन कर के दिल तेरे दिल से जोड़ लिया आँखों ने आँखें पढ़-पढ़ के तुझे विर्द बना के याद किया तुझे प्यार किया तो तू ही बता हम ने क्या कोई जुर्म किया? और जुर्म किया है तो भी बता ये जुर्म के जुर्म की क्या है सज़ा? तुम्हें हम से बढ़ कर दुनिया दुनिया तुम्हें हम से बढ़ कर तुम्हें हम से बढ़ कर दुनिया दुनिया तुम्हें हम से बढ़ कर हम को तुम से बढ़ कर कोई जान से प्यारा ना होगा दिल ग़लती कर बैठा है ग़लती कर बैठा है दिल दिल ग़लती कर बैठा है ग़लती कर बैठा है दिल दिल ग़लती कर बैठा तू बोल, ओ, यारा, क्या होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा मंज़ूर-ए-ख़ुदा होगा
Writer(s): Manoj Muntashir, Shardul Rathod, Meet Bros Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out