歌詞

सर पर टोपी लाल हाथ में रेशम का रूमाल हो तेरा क्या कहना सर पर टोपी लाल हाथ में रेशम का रूमाल हो तेरा क्या कहना ओय गोरे गोरे गाल गाल पे उलझे उलझे बाल हो तेरा क्या कहना गोरे गोरे गाल गाल पे उलझे उलझे बाल हो तेरा क्या कहना ओ मेरा दिल तो जान ओ जान चुराके चली कहाँ नशे में भरी भरी मेरा दिल तो जान ओ जान चुराके चली कहाँ नशे में भरी भरी ओ ओ चुराऊँ मैं दिल तेरा जिगर भी नहीं मेरा उम्र भी नहीं मेरी चुराऊँ मैं दिल तेरा जिगर भी नहीं मेरा उम्र भी नहीं मेरी बहकी बहकी चाल है लचके जैसे दाल हो तेरा क्या कहना बहकी बहकी चाल है लचके जैसे दाल हो तेरा क्या कहना सर पर टोपी लाल हाथ में रेशम का रूमाल हो तेरा क्या कहना हो ये क्यों दिल पे हाथ है वह क्या ऐसी बात है हमें भी बताइए हो यह क्यों दिल पे हाथ है वह क्या ऐसी बात है हमें भी बताइए ओ ओ भला इतनी दूर से कहूँ क्या हुज़ूर से मेरे पास आइए भला इतनी दूर से कहूँ क्या हुज़ूर से मेरे पास आइए हो हो के बेहाल बालमा ये सतरंगी चाल हो तेरा क्या कहना हो हो के बेहाल बालमा ये सतरंगी चाल हो तेरा क्या कहना ओय गोरे गोरे गाल गाल पे उलझे उलझे बाल हो तेरा क्या कहना ओ... ओ तमन्ना थी कम से कम कोई फूल बन के हम तेरी ज़ुल्फ़ चुमते तमन्ना थी कम से कम कोई फूल बन के हम तेरी ज़ुल्फ़ चुमते ओ... ओ रही आरज़ू सनम तेरा रूप लेके हम शराबी से झूमते रही आरज़ू सनम तेरा रूप लेके हम शराबी से झूमते बहकी बहकी चाल हाय लचके जैसे दाल हो तेरा क्या कहना बहकी बहकी चाल है लचके जैसे दाल हो तेरा क्या कहना सर पर टोपी लाल हाथ में रेशम का रूमाल हो तेरा क्या कहना गोरे गोरे गाल गाल पे उलझे उलझे बाल हो तेरा क्या कहना
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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