歌詞

अँधेरे में जो दिखता है क्या उसी को हम सच कहें? अनजाने में जो हो गया क्या उसी के संग हम चलें? कभी आगे और कभी पीछे बस एक रास्ते पे हम हैं मिल रहे क्या सोचूँ कि क्या होगा? पर क्या ही कर लेंगे हम ये जान के? इंसानों से, हैवानों से भगवानों से हम लड़ें इन बातों से हम बेपरवाह अपनी दुनिया में रहें, हाँ, रहें सवेरे में जो देखूँ तो ये कहानी अलग सी दिखे रातों को जो बीत गया सुबह की रोशनी से कल फिर लिखें सब छोड़कर लगता है अगर ज़िंदा हैं मगर कुछ सपने इन ख़्वाबों को, अरमानों को झूठा ही सही, सच कर दो कभी आगे और कभी पीछे बस एक रास्ते पे हम हैं मिल रहे बस एक रास्ते पे हम हैं मिल रहे बस एक रास्ते पे हम हैं मिल रहे
Writer(s): Neel Adhikari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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