歌詞
कैसे बताएँ, हाँ, ये तेरी कमी
ना लगती लाज़मी
कैसे भुलाएँ, हाँ, ये यादें तेरी
थोड़ी सी है बची
तेरा ही साया नींदें सता के
क्यूँ बार-बार दिल से पूछता?
"कैसी ये दूरी, क्या हो गया"
ये तो सोचते, हाँ, तुम भी होगे ना?
जाने कैसे रातों में, रातों में
खोए रहते थे बातों ही बातों में
"जाने कैसे सह लूँ मैं ये दूरी"
ये तो सोचते, हाँ, तुम भी होगे ना?
जाने कैसे रातों में, रातों में
खोए रहते थे बातों ही बातों में
"जाने कैसे सह लूँ मैं ये दूरी"
ये तो सोचते, हाँ, तुम भी होगे ना?
आज ये सवाल है
"क्यूँ मिलकर भी हम मिल पाए ना?
दूर से देख के
एक पल तो सोचते होगे ना?"
कि जाने कैसे रातों में, रातों में
खोए रहते थे बातों ही बातों में
"जाने कैसे सह लूँ मैं ये दूरी"
ये तो सोचते, हाँ, तुम भी होगे ना?
जाने कैसे रातों में, रातों में
खोए रहते थे बातों ही बातों में
"जाने कैसे सह लूँ मैं ये दूरी"
ये तो सोचते, हाँ, तुम भी होगे ना?
Written by: Rutvik Talashilkar, Somanshu Agarwal, Yash Narvekar, somanshu