積分
演出藝人
Anurag Saikia
演出者
Varun Jain
演出者
Kausar Munir
演出者
Romy
演出者
詞曲
Anurag Saikia
作曲
Kausar Munir
作詞
歌詞
ऐ ख़ुदा तू ही बता अब किसको बतलाऊँ
खो गया मेरा पता, अब मैं कहाँ जाऊँ
तेरी नगरी, तेरी डगरी, तेरे ही पैयाँ
जो तू रस्ता ना दिखाए, मैं कहाँ जाऊँ
घर का दरवाज़ा बुलाए मुझे सुबहोशाम
घर की दीवारें पुकारें देखो मेरा नाम
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
तेरी चौखट, तेरी छत और तेरी ही छैयाँ
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
बस मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
जो किसी के ना रहे, वो किसे अपना कहे
यादों में किसकी वो हँसता रहे
जो कहीं का ना रहे, वो कहाँ थक कर रुके
बाहों में किसकी वो रोता रहे
हाँ, तेरा अंबर, तेरा सागर, तेरी है दुनिया
दे दे मुझको बस तू मेरे गाँव की गलियाँ
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
बस मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
तेरी चौखट, तेरी छत और तेरी ही छैयाँ
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
चल मुझे ले चल ख़ुदा अब तू घर को मेरे
Written by: Anurag Saikia, Kausar Munir