歌詞

सोचा कहाँ था, ये जो, ये जो हो गया माना कहाँ था, ये लो, ये लो हो गया चुटकी कोई काटो, ना हैं हम तो होश में (हम तो होश में) क़दमों को थामो, ये हैं उड़ते जोश में (उड़ते जोश में) बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है चल पड़े हैं, हमसफ़र अजनबी तो है डगर लगता हम को, मगर कुछ कर देंगे हम अगर ख़्वाब में जो दिखा, पर था छिपा बस जाएगा वो नगर, रे-रे-रे-रे बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है आसमाँ का स्वाद है मुद्दतों के बाद है सहमा दिल धक-धक करे ये दिन है या ये रात है हाय, तू मेहरबाँ क्यूँ हो गया? बा-ख़ुदा, क्या बात है? (बा-ख़ुदा, क्या बात है?) बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है बादल पे पाँव है या छूटा गाँव है? अब तो भई चल पड़ी अपनी ये नाव है
Writer(s): Salim Merchant, Jaideep Sahni, Sulaiman Merchant Lyrics powered by www.musixmatch.com
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