Lyrics

तीर चले तलवार चले और मौत खड़ी थराये तीर चले तलवार चले और मौत खड़ी थराये चार दिशाएं थर थर कांपे शेर सा जब घुराये गला पकड़ ले जब पापी का गला पकड़ ले जब पापी का सांस वहीं थम जाए हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग बल से अम्बर डोले धरती पाँव धरे फट जावे फट जावे जावे दुर्जन जिसके पास न आवे दुष्कर्मी घबरावे घबरावे हाय हो निर्बल जय जय कार करे और दुर्बल महिमा गावे जो भी उसके आड़ आवे जीवन भर पछतावे गला पकड़ले जब पापी का अरे साँस वही थम जाए एक के मारे दो मर जावे ऐसी बाण घुमावे घुमावे हाय लाठी सर पे जिसके बाजे फूट सा सर खिल जावे हाँ सर खील जावे अरे कनपट्टी पे हाथ पढे तो होश कभी न आवे आँखों में जब ज्वाला भड़की लोह भस्म हो जावे गला पकड़ले जब पापी का हो गला पकड़ले जब पापी का साँस वही थम जाए हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग हुड़ हुड़ दबंग दबंग दबंग दबंग
Writer(s): Jalees Sherwani, Sajid Wajid Lyrics powered by www.musixmatch.com
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