Lyrics

मेरे दुश्मन समझ रहे थे मैं अब कभी लौट के ना आऊँगा एक गुमनामी का समुंदर है उसमें ही जा के डूब जाऊँगा अभी बाक़ी मेरी कहानी है सारी दुनियाँ को जो सुनानी है मुझे पहचानो, देखो मैं हूँ कौन आ रहा हूँ पलट के, मैं हूँ Don
Writer(s): Javed Akhtar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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