Lyrics

हमको ये बताओ, दूर कैसे तुम रहते हो? कैसे जुदाई का ग़म यारा, तुम सहते हो? हम तनहा मर जाएँगे यारा, तेरी याद में देखो, भीगे हैं कितना अश्कों की बरसात में ज़ख्म दिखाऊँ कैसे दिल के मेरे? लोगों ने कितना सताया है मुझे ना और रुलाना तू सावन आया है मेरे दर्दों को मिटाना तू सावन आया है सबसे छुपा के तुझे सीने से लगाना है प्यार में तेरे हद से गुज़र जाना है इतना प्यार किसी पे पहली बार आया है मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है दिल ये धड़कता है तेरे दिल के ही धड़कने से हम भी तड़पते हैं यार, तेरे ही तड़पने से इश्क़ में डूबा-डूबा हूँ, मुझको ना अब होश है यार, ज़मीं के इश्क़ में आसमाँ बेहोश है कैसे दिखाऊँ अब जुनून ये मेरा? तेरे इश्क़ ने पागल बनाया है दिल नहीं और दुखाना तू सावन आया है तेरे भी ज़ख्म दिखाना तू सावन आया है तुमसे दूर रहना एक सज़ा है, मजबूरी है मेरी ज़िंदगी तो यार, तेरे बिन अधूरी है लोग तो क्या-क्या कहते हैं, दिल सह-सह के रोता है कैसे तुमको बताऊँ मेरे साथ सनम, क्या होता है? अपने पराए होने लगे हैं जब से तुमको अपना बनाया है हमेशा साथ निभाना तू सावन आया है तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है
Writer(s): Kumaar, Tony Kakkar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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