Lyrics

तुम अपना रंज-ओ-ग़म, अपनी परेशानी मुझे दे दो तुम्हें ग़म की क़सम, इस दिल की वीरानी मुझे दे दो तुम्हें ग़म की क़सम, इस दिल की वीरानी मुझे दे दो ये माना मैं किसी क़ाबिल नहीं हूँ इन निगाहों में ये माना मैं किसी क़ाबिल नहीं हूँ इन निगाहों में बुरा क्या है, अगर ये दुख, ये हैरानी मुझे दे दो? बुरा क्या है, अगर ये दुख, ये हैरानी मुझे दे दो? मैं देखूँ तो सही दुनिया तुम्हें कैसे सताती है मैं देखूँ तो सही दुनिया तुम्हें कैसे सताती है कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो वो दिल जो मैंने माँगा था, मगर ग़ैरों ने पाया था वो दिल जो मैंने माँगा था, मगर ग़ैरों ने पाया था बड़ी शय है अगर, उसकी पशेमानी मुझे दे दो बड़ी शय है अगर, उसकी पशेमानी मुझे दे दो तुम अपना रंज-ओ-ग़म, अपनी परेशानी मुझे दे दो
Writer(s): N/a Khaiyyaam, Ludiavani Sahir Lyrics powered by www.musixmatch.com
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