Lyrics

इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है कहना है जो कह दे तुझे किस बात का डर है है पास तेरे जिसकी अमानत उसे दे दे है पास तेरे जिसकी अमानत उसे दे दे निर्धन भी है निर्धन भी है इंसान, मोहब्बत उसे दे दे मोहब्बत उसे दे दे जिस दर पे सभी एक हैं बन्दे, ये वो दर है इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है मायूस ना हो हार के तक़दीर की बाज़ी प्यारा है वो गम जिसमें हो भगवान भी राज़ी दुःख दर्द मिले दुःख दर्द मिले जिसमें, वही प्यार अमर है वही प्यार अमर है ये सोच ले हर बात की दाता को खबर है इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है इन्साफ का मंदिर है ये भगवान का घर है
Writer(s): Shakeel Badayuni, Ramesh Iyer Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out