Lyrics
प्यार की कश्ती में...
प्यार की कश्ती में, लहरों की मस्ती में
पवन के शोर-शोर में
चलें हम ज़ोर-ज़ोर में गगन से दूर
प्यार की कश्ती में, लहरों की मस्ती में
पवन के शोर-शोर में
चलें हम ज़ोर-ज़ोर में गगन से दूर
(गगन से दूर)
वहाँ क्या प्यार मिलेगा? चमन का फूल खिलेगा?
वहाँ क्या प्यार मिलेगा? चमन का फूल खिलेगा?
जिसे दिल ढूँढ रहा है, क्या वो दिलदार मिलेगा?
वहाँ सच होंगे सपने, बनेंगे ग़ैर भी अपने
दिल की बारात सजेगी, मिलेंगे साजन अपने
मैंने सुना, क्या सुना?
जो कहा, क्या कहा?
जाना बहुत है दूर
प्यार की कश्ती में, लहरों की मस्ती में
पवन के शोर-शोर में
चलें हम ज़ोर-ज़ोर में गगन से दूर
गगन से दूर
प्यार को प्यार मिले तो नज़र कहीं लग ना जाए
प्यार को प्यार मिले तो नज़र कहीं लग ना जाए
मिलें जीवन में हम-तुम, कहीं फिर बिछड़ ना जाएँ
नज़र क्या लगे वहाँ पर, है प्यार ही प्यार जहाँ पर
ना बिछड़े मिलने वाले, जहाँ हों सब दिलवाले
तो चलो चलें, हाँ, चलें
यूँ मिल के, हाँ, मिल के
हो के ख़ुशी में चूर
प्यार की कश्ती में, लहरों की मस्ती में
प्यार की कश्ती में, लहरों की मस्ती में
पवन के शोर-शोर में
चलें हम ज़ोर-ज़ोर में गगन से दूर
हो, रामा हो, ओ, रामा हो
हो, रामा हो (ओ, रामा हो, रामा हो)
हो, रामा हो (रामा हो, रामा हो)
Writer(s): Nagrath Rajesh Roshan
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