Lyrics
दुनिया दर्शन का है मेला
दुनिया दर्शन का है मेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
दुनिया दर्शन का है मेला
जैसी करनी, वैसी भरनी
जैसी करनी, वैसी भरनी
दूर होवे जा तेला
दुनिया दर्शन का है मेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
दुनिया दर्शन का है मेला
सोने-चाँदी धन रत्नों से
सोने-चाँदी धन रत्नों से
खेल अनेकों खेला
खेल अनेकों खेला
चलने की जब बेला आई
चलने की जब बेला आई
संग चला नहीं ढेला
दुनिया दर्शन का है मेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
दुनिया दर्शन का है मेला
महल बनाया, किला बनाया
महल बनाया, किला बनाया
जोड़ा खास बेला
जोड़ा खास बेला
कहत कबीरा अंत समय तब
कहत कबीरा अंत समय तब
छोड़ चला अकेला
दुनिया दर्शन का है मेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
जिसको समझ पड़े अलबेला
दुनिया दर्शन का है मेला
Writer(s): Traditional
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