Featured In

Credits

PERFORMING ARTISTS
Madhur Sharma
Madhur Sharma
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Madhur Sharma
Madhur Sharma
Songwriter

Lyrics

जब मैं हुआ बेसहारा दोस्तों ने मुझ को सँवारा जब मैं हुआ ख़ुद से ख़फ़ा दोस्तों ने समझी वफ़ा खोते चले हम जो ये समाँ बढ़ते चले हम आगे वहाँ यारी, तुम्हारी-मेरी यारी दुनिया पे पड़ती थी भारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी सबसे अलग थी बेचारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी दुनिया पे पड़ती थी भारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी सबसे अलग थी बेचारी जब भी मुझे याद आते वो पल जिसमें हम कहीं भी थे उड़ चले जब भी मुझे सताती तन्हाइयाँ कोई सहारा भी दे ना सके कोई मुझे लौटा दे वो पल जिस पल में हम थे जिए कोई मुझे लौटा दे वो पल जिस पल में हम थे जिए यारी, तुम्हारी-मेरी यारी दुनिया पे पड़ती थी भारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी सबसे अलग थी बेचारी कुछ को सताना, कुछ को रुलाना रूठे हुए को वापस मनाना ऐ दोस्तों, मुझ को मिली थी तुम से ही हर खुशी ऐ दोस्तों, जो तुम नहीं तो ख़ाली है ये ज़िंदगी मेरे दोस्तों, बस इतनी सी है इल्तिजा तुम सभी को मैं देख लूँ एक मर्तबा मेरे दोस्तों, बस इतनी सी है इल्तिजा तुम सभी को मैं देख लूँ एक मर्तबा यारी, तुम्हारी-मेरी यारी दुनिया पे पड़ती थी भारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी सबसे अलग थी बेचारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी दुनिया पे पड़ती थी भारी यारी, तुम्हारी-मेरी यारी सबसे अलग थी बेचारी
Writer(s): Swapnil Tare, Madhur Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out