Lyrics
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की, जावेदा
ओ, बहाना ढूँढ़ के मैं मिलूँ तुझसे
जैसे हो पहली वो दफ़ा, हर दफ़ा
तारूफ़ बैठ के मैं करूँ तुझसे
जैसे नई हो हर जगह, हर दफ़ा
हाथों में हाथ लेके, ताउम्र यूँही बैठें
देखा करूँ मैं तुझको, एक टक लगाके, हाँ
झाँके जब भी ये आँखे, पलकों के बन तू धागे
फिर खाब कोई तू जाके, हँस के पीरो दे
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की, जावेदा
इत्र है तेरी सोहबत, जिक्र है तेरा दिलकश, लफ्ज़ हैं जैसे हो दुआ
हो, ग़र खुदा भी मिल जाए, जन्नते लेकर आए, तुझको चुनूँगा बाखुदा
हाथों में हाथ लेके, ताउम्र यूँही बैठें
देखा करूँ मैं तुझको, एक टक लगाके, हाँ
झाँके जब भी ये आँखे, पलकों के बन तू धागे
फिर खाब कोई तू जाके, हँस के पीरो दे
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की
मगन तेरे इश्क़ में, लगन तेरे इश्क़ की, जावेदा
बहाना ढूँढ़ के मैं मिलूँ तुझसे
जैसे हो पहली वो दफ़ा, हर दफ़ा
Writer(s): Prashant Ingole,sunil Sirvaiya
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