Lyrics
मैं फिर रहा था दर-ब-दर, तुझ में घर मिला
तेरे आने से मिट गया क़िस्मतों से गिला
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाँहों में रह लो ना
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाहों में रह लो ना
अनकहे जज़्बात मेरी आँखों में पढ़ लो ना
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाँहों में रह लो ना
ये धड़कनें जो यूँ चले हैं, तू ही है वजह
मीठा लगे है हर ज़ख़म, जब से तू है मिला
ये ज़िंदगी इतनी हसीं लग रही है पहली दफ़ा
तेरा असर मेरी रूह पे हुआ है इस तरह
रब ना दे अब फ़ासले थोड़े भी दरमियाँ
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाँहों में रह लो ना
तुझ से जो मिला तो ज़िंदगानी मिल गई
मेरे इन होंठों पे मुस्कानें खिल गई
जैसे भूले राही को मंज़िल मिल गई
सूखी हुई शाख़ों पे बहारें खिल गई
कैसा हो रहा ये जादू सा?
कुछ तेरे सिवा मैं माँगूँ ना, ऐ रब तेरा शुक्रिया
ओ, हमदम, तुझ से ही मेरी खुशियों का जहाँ
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाँहों में रह लो ना
तुम मेरे पास, मेरे साथ हर दम बाँहों में रह लो ना
Writer(s): Shayra Apoorva, Sugat Dhanvijay
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