Lyrics
मेरी नज़रों को तूने सपना दिखाया
जगाया मुझे रातों में
दबी-दबी साँसों में ख़ुशबू ले आया
कभी जो ना थी राहों में
ऐसा मेरा दिल कभी ना था
जैसा ये हो गया, करामात तेरी है ये
बस एक बार तुम को देखने को तरसूँ
मानो ना कहना मेरा
मैं तो बस एक बार तुम को देखने को तरसूँ
कहता है दिल ये मेरा
आते-आते तुम ले आना
बेमौसम की कुछ बारिशें यहाँ
आधे-आधे भीगे दोनों
हों फिर अपनी कुछ ख़्वाहिशें रिहा
ऐसा मेरा दिल कभी ना था
हैरान बेवजह, सौगात तेरी है ये
बस एक बार तुम को देखने को तरसूँ
कहता है दिल ये मेरा
हाँ, बस एक बार तुम को देखने को तरसूँ
कहता है दिल ये मेरा
बैठे-बैठे सोचें तुम को
दो आँखें ये बुनती कहानियाँ
हँसते-हँसते बातें करते
एक-दूजे से ख़्वाबों के दरमियाँ
ऐसा मेरा दिल कभी ना था
इस बार हो गया, ख़ुराफ़ात तेरी है ये
बस एक बार तुम को देखने को तरसूँ
कहता है दिल ये मेरा
हाँ, बस एक बार तुमको देखने को तरसूँ
मानो ना कहना मेरा
मैं तो बस एक बार तुमको देखने को तरसूँ
कहता है दिल ये मेरा
Writer(s): Anurag Saikia, Kunaal Vermaa
Lyrics powered by www.musixmatch.com