Lyrics

मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ तेरी याद साथ है मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ तेरी याद साथ है किसी से कहूँ के नहीं कहूँ? ये जो दिल की बात है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर छुपके इस दिल में तनहाई पलती है बस याद साथ है, तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है, तेरी याद साथ है मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ तेरी याद साथ है कहीं तो दिल में यादों की इक सूली गढ़ जाती है कहीं हर एक तस्वीर बहुत ही धुँधली पड़ जाती है कोई नयी दुनिया के नए रंगों में ख़ुश रहता है कोई सब कुछ पा के भी ये मन ही मन कहता है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर छुपके इस दिल में तनहाई पलती है बस याद साथ है, तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है कहीं तो बीते कल की जड़ें दिल में ही उतर जाती है कहीं जो धागे टूटे तो मालाएँ बिखर जाती है कोई दिल में जगह नयी बातों के लिए रखता है कोई अपनी पलकों पर यादों के दीये रखता है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर छुपके इस दिल में तनहाई पलती है बस याद साथ है, तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है
Writer(s): Akhtar Javed, Himesh Vipin Reshammiya Lyrics powered by www.musixmatch.com
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