Lyrics

हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये... बरसे घनघोर घटा, सीने में तूफ़ान उठा मौसम romance का, मान ले, सय्याँ, तू बात ज़रा ओ, duty को छोड़ के आ, beauty से आँख मिला वर्ना पछताएगा, सुन ले, दिल मेरा बोल रहा ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल-पल है तड़पाए ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी बारिश में दिल डूब रहा बारिश में दिल डूब रहा, मैंने सब होश लुटाए इस सावन में गले लगा ले आज मिलन हो जाए, हो जाए, हो जाए गरज-गरज के ये बिजली चाहत की प्यास जगाए ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल-पल है तड़पाए ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी आए-हाए, ये मजबूरी आए-हाए, ये मजबूरी डिंग-डौंग, डिंग-डौंग, डिंग-डौंग-डौंग डिंग-डौंग, डिंग-डौंग, डिंग-डौंग-डौंग कितने सावन बीत गए कितने सावन बीत गए, बैठी हूँ आस लगाए जिस सावन में मिले सजनवा वो सावन कब आए? कब आए? कब आए? मधुर मिलन का ये सावन हाथों से निकला जाए ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, हाय-हाय हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी मुझे पल-पल है तड़पाए ਤੇਰੀ ਦੋ ਟਕਿਆਂ ਦੀ ਨੌਕਰੀ वे मेरे लाखों का सावन जाए हाय-हाय, ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी
Writer(s): Gourov Dasgupta, Verma Malik, Rajesh Manthan, Laximkant-pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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