Lyrics

तुझ से ही तो मिली है राहत तू ही तो मेरी है चाहत तुझ से ही तो जुड़ी ज़िंदगी तेरी यादें हैं कुछ अधूरी साँस आधी है, कुछ है पूरी आँखों में है कैसी ये नमी? मेरा मन कहने लगा "पास आ के ना तू दूर जा छूने दे होंठ तेरे ज़रा साँसों में अपनी बसा" Mmm, तुझे अपना बना लूँ तुझे तुझ से चुरा लूँ तुझे ख़ुद में छुपा लूँ, साहिबा एक मुझ पे करम हो तू ही मेरा सनम हो तेरी मुझ पे नज़र हो, साहिबा मर मैं जाऊँगा, रह ना पाऊँ ग़म जुदाई का सह ना पाऊँ है तुझे प्यार का वास्ता तेरी यादें हैं कुछ अधूरी साँस आधी है, कुछ है पूरी आँखों में है कैसी ये नमी? रात के चाँद तले आग़ोश में मेरी तू आ बाँहों में ले लो मुझे ज़रा सपनों में अपने बसा मेरा मन कहने लगा "पास आ के ना तू दूर जा छूने दे होंठ तेरे ज़रा साँसों में अपनी बसा"
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