Lyrics

ख़्वाबों के भी अपने उसूल होते हैं कई रह जाते, कुछ क़ुबूल होते हैं मुझको तो तेरे जैसा मिलेगा नहीं दिन बिन तेरे सब फ़िज़ूल होते हैं तुझे ख़्वाबों के शहर है ले जाना ज़िंदगी संग तेरे ही बिताना बैठेंगे हम चाँद की बाँहों में मैं देखूँ और तुम मुस्काना जो मैं आऊँगा घोड़ी पे, पहने सेहरा गुलाल ओढ़े घूँघट नवाबी, लेगी फेरे मेरे नाल जँचता है काजल, तेरा चोकर तेरा झुमका, पूरी तू तेरा चलना, तेरी ज़ुल्फ़ें तेरा हँसना, पूरी तू जब से है मिला तू दिल और कहीं लगता ही नहीं (लगता ही नहीं) पन्ने हैं ये ख़ुदा के कोई और ऐसा लिखता नहीं (लिखता नहीं) तू फूलों की महक, तू मेहँदी का वो लाल तू आज ना मेरा, तू मेरा हर साल मैं तेरा ही रहूँगा, ना शक़, ना सवाल जो तू बाँध ले ये डोर मेरे नाल जँचता है काजल, तेरा चोकर तेरा झुमका, पूरी तू तेरा चलना, तेरी ज़ुल्फ़ें तेरा हँसना, पूरी तू
Writer(s): Rohit Kumar Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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