Lyrics

तेरी ही खिड़की पे बैठे हैं हम जज़बात जब से हुए हैं नरम बस ख्वाहिशें हैं मेरी दीरार तेरा जो सफ़र से हुई है मेरी दोस्ती वो सफ़र की है मंज़िल भी तू ही बनी तेरी ओर ही है चले मन ये मेरा तू ही वो धुन है यारा जब भी गाता है दिल फ़िरकती है मेरी ज़मी ख़ानाबदोशियों में तू है मेरा ठिकाना तू ही सफ़र आखरी क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है है ताजगी इन हवाओं में शायद तू इनमें है घुली ज़िद्दी हुआ है ये मन बावरा ये चला जहाँ तू चली है ताजगी इन हवाओं में शायद तू इनमें है घुली ज़िद्दी हुआ है ये मन बावरा ये चला जहाँ तू चली अब तो मैं भी ना मुझमें रहा बस गया है तू ही हर जगह जा के ख्वाबों को मेरे बता तू ही है नींदों में जो आ रही हर दफ़ा क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है क़ाफ़िराना, क़ाफ़िराना दिल हो गया है और तू वज़ह है
Writer(s): Amit Surrendra Trivedi, Amitabh Bhattacharya Lyrics powered by www.musixmatch.com
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