Lyrics

चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं ता-ना-ना-देरे-नूम-नूम-ता-ना-ना-रे ता-ना-ना-देरे-नूम-नूम-ता-ना-ना-रे ता-ना-ना-देरे-नूम-नूम-ता-ना-ना-रे ता-ना-ना-देरे-नूम-नूम-ता-ना-ना-रे फिर से इक बार उजड़ जाते हैं फिर से इक बार उजड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं फिर से इक बार बिखर जाते हैं फिर से इक बार बिखर जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं मेरे दिल ने दिया जो तुझे मर्तबा जानूँ मैं या तो फिर जाने मेरा ख़ुदा (मेरे दिल ने दिया जो तुझे मर्तबा) (जानूँ मैं या तो फिर जाने मेरा ख़ुदा) तेरी ओर, सनम, अब ये मेरे क़दम बढ़ना चाहते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं ओ, चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं रब की मर्ज़ी से तुझे दिल दे दिया मैंने है अब तो हर दिन ख़ातिर तेरी लगे जीने हैं रब की मर्ज़ी से तुझे दिल दे दिया मैंने है अब तो हर दिन ख़ातिर तेरी लगे जीने हैं हम उनमें से नहीं, जो राहों में कहीं हम उनमें से नहीं, जो राहों में कहीं बिछड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं चल, तेरे इश्क़ में पड़ जाते हैं
Writer(s): Sayeed Quadri, Mithoon Lyrics powered by www.musixmatch.com
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