Lyrics

फ़लक से तोड़कर देखो सितारे लोग लाए हैं मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाए हैं कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए आज छलका है ख़ुशियों से दिल का पैमाना तेरे लिए कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए सभी के दिलों को ये धड़का रहा है समाँ साज़-ए-दिल पे ग़ज़ल गा रहा है सभी के दिलों को ये धड़का रहा है समाँ साज़-ए-दिल पे ग़ज़ल गा रहा है सारी बातें रुक गई हैं सब की आँखें झुक गई हैं तेरी महफ़िल में आया शायर कोई मस्ताना तेरे लिए तेरी महफ़िल में आया शायर कोई मस्ताना तेरे लिए कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए कहेगी निगाहें, सुनेगी निगाहें ज़ुबाँ से ना होगी बयाँ ये कहानी कहेंगी निगाहें, सुनेंगी निगाहें ज़ुबाँ से ना होगी बयाँ ये कहानी हो मुबारक ये हसीं दिन कोई समझा ना तेरे बिन मेरे चेहरे पे दिल ने लिखा है इक अफ़साना तेरे लिए मेरे चेहरे पे दिल ने लिखा है इक अफ़साना तेरे लिए कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए तुझे दुश्मनों की नज़र लग ना जाए रहे दूर तुझ से सदा ग़म के साए तुझे दुश्मनों की नज़र लग ना जाए रहे दूर तुझ से सदा ग़म के साए गुनगुनाए तू हमेशा मुस्कुराए तू हमेशा गुलशन बन जाए उम्मीदों का हर इक वीराना तेरे लिए गुलशन बन जाए उम्मीदों का हर इक वीराना तेरे लिए कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए आज छलका है ख़ुशियों से दिल का पैमाना तेरे लिए
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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