Lyrics
Ladies and gentleman
We give you Sonu Nigam
ऐ दिलरुबा, कितना हसीं मेला
मेले में भी ये दिल है अकेला
दुनिया जाने, ना जाने आज यहाँ
पर तुझको पता, तू ही मेरी लैला
ओ, बीबा, ओ, हबीबा, क्यूँ तू इतनी गुमसुम है?
यहाँ लाखों हैं चेहरे, पर लगता बस हम-तुम हैं
खोल आँखें, सारी ख़ुशियाँ तेरे क़दमों को चूमेगी
तेरी-मेरी होगी जोड़ी, यही दुनिया देखेगी
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी...
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी, दिलरुबा, hey
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
ऐ दिलरुबा, कितना हसीं मेला
मेले में भी ये दिल है अकेला
दुनिया जाने, ना जाने आज यहाँ
पर तुझको पता, तू ही मेरी लैला
मेरे दिल में बस तू है, ये तूने ना जाना
मैं हूँ आशिक़, तेरा आशिक़, पर तूने ना माना
शरमाती, घबराती, तू कितना तड़पाती
फिर भी तू मेरे दिल को क्यूँ इतनी है भाती?
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी...
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी, दिलरुबा, hey
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
"तू है मेरा, मैं हूँ तेरी," कभी मुझसे कह देना
एक पल भी बिन तेरे मुश्किल है अब रहना
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी...
सोचा, नहीं सोचा तूने कभी, दिलरुबा, hey
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू) मेरी महबूबा
(तू) कब ये जानेगी? (तू) कब ये मानेगी?
(तू) तू है जान-ए-जानाँ, (तू)...
Writer(s): Biddu, Lucky Ali, Dev Kohli, Timon Singh
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