Kredity
PERFORMING ARTISTS
Jubin Nautiyal
Performer
Neeti Mohan
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Arko
Composer
Manoj Muntashir
Lyrics
Sanjay Gupta
Lyrics
Texty
[Verse 1]
ऊह नारी नारी
नारा नारी नारी
[Verse 2]
बूंद बूंद में गुम सा है
ये सावन भी तोह तुम सा है
बूंद बूंद में गुम सा है
ये सावन भी तोह तुम सा है
[Verse 3]
एक अजनबी एहसास है
कुछ है नया
कुछ खास है
कुसूर ये सारा
मौसम का है
[Verse 4]
बूंद बूंद में गुम सा है
(बूंद बूंद में)
ये सावन भी तोह तुम सा है
(सावन भी तोह)
[Verse 5]
चलने दो मनमर्ज़ियाँ
होने दो गुस्ताखियां
फिर कहां ये फ़ुरसतें
फिर कहां नज़दीकियाँ
[Verse 6]
कह दो तुम भी कहीं
लापता तोह नहीं
दिल तुम्हारा भी कुछ
चाहता तोह नहीं
[Verse 7]
बूंद बूंद में गुम सा है
ये सावन भी तोह तुम सा है
एक अजनबी एहसास है
कुछ है नया
कुछ खास है
कुसूर ये सारा
मौसम का है
[Verse 8]
बूंद बूंद में गुम सा है
ये सावन भी तोह तुम सा है
[Verse 9]
सिर्फ एक मेरे सिवा
और कुछ ना देख तू
ख्वाहिशों के शहर में
एक मैं हूं एक तू
तुझको आना है तोह
बनके तू सांस आ
ना रहे दूरियां
इस कदर पास आ
[Verse 10]
बूंद बूंद में गुम सा है
ये सावन भी तोह तुम सा है
बस ये इजाज़त दे मुझे
जी भर के मैं पी लूँ तुझे
मैं प्यास हूं और तू
शबनम सा है
[Verse 11]
बूंद बूंद में गुम सा है
(बूंद बूंद में)
ये सावन भी तोह तुम सा है
(सावन भी तोह)
Written by: Arko, Manoj Muntashir, Sanjay Gupta

