Credits
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Performer
Anuradha Paudwal
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Bappi Lahiri
Composer
Farooq Qaiser
Songwriter
Songtexte
माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस"
माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस"
अपनी खबर ना तेरा पता, भेजूँ किसे संदेस?
ओ, भेजूँ किसे संदेस?
ओ-हो-हो, माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस"
राह निहारूँ तेरी...
Mmm, आगे याद नहीं, मुझे याद है
राह निहारूँ तेरी दिन हो या रैन, हाए
नाही रे भूल पाएँ तुझको ये नैन, हाए
चाँद भी धोखा दे नहीं पाया, बरसों लिया तेरा भेस
हो, बरसों लिया तेरा भेस
हो-हो-हो, माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस, ओ, सजना गए रे परदेस"
रो-रो दिवाली बीती, तरसा गई रे होली
खींची ना चुनर तूने, भीगी ना मेरी चोली
सूनी सेजरिया जब-जब देखूँ लागे जियरा पे ठेस
हो, लागे जियरा पे ठेस
ओ-हो-हो, माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस"
अपनी खबर ना तेरा पता, भेजूँ किसे संदेस?
हो, भेजूँ किसे संदेस?
ओ-हो-हो, माथे की बिंदिया बोले, "काहे को गोरी डोले?
सजना गए रे परदेस"
ओ, सजना गए रे परदेस, परदेस
सजना गए रे परदेस
Written by: Bappi Lahiri, Farooq Qaiser, Faruk Kaiser