Credits
PERFORMING ARTISTS
Ram Sampath
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Ram Sampath
Composer
Javed Akhtar
Lyrics
Lyrics
[Verse 1]
लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
[Verse 2]
मेरी हर सोच में मेरी हर बात में
मेरे एहसास में मेरे जज़्बात में
तुम ही तुम हो तुम हर कहीं हो
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
[Verse 3]
तुमने छोड़ा है कब साथ मेरा
थामे हो आज भी हाथ मेरा
कोई मंज़िल कोई रेहगुज़र हो
आज भी तुम मेरे हमसफर हो
जाऊं चाहे जहाँ तुम वहीं हो
[Verse 4]
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
[Verse 5]
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
[Verse 6]
खुशबू बनके हवाओं में तुम हो
रंग बनके फ़िज़ाओं में तुम हो
कोई गाए कोई साँस गूँजे
सब सुरीली सदाओं में तुम हो
तुमको हर रूप मे दिल है पहचानता
लोग है बेखबर पर है दिल जानता
तुम मेरे पास हो दिलनशीं हो
[Verse 7]
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
हो-ओह लाख दुनिया कहे तुम नहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
[Verse 8]
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
तुम यहीं हो तुम यहीं हो
Written by: Javed Akhtar, Ram Sampath

