Credits
PERFORMING ARTISTS
Tripti Shakya
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Dhananjay Mishra
Composer
Lyrics
मनिहारी का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
झोली कंधे धरी, उसमें चूड़ी भरी
(झोली कंधे धरी, उसमें चूड़ी भरी)
झोली कंधे धरी, उसमें चूड़ी भरी
गलियों में शोर मचाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
राधा ने सुनी, ललिता से कही
(राधा ने सुनी, ललिता से कही)
राधा ने सुनी, ललिता से कही
मोहन को तुरत बुलाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
चूड़ी लाल नहीं पहनूँ, चूड़ी हरी नहीं पहनूँ
(चूड़ी लाल नहीं पहनूँ, चूड़ी हरी नहीं पहनूँ)
चूड़ी लाल नहीं पहनूँ, चूड़ी हरी नहीं पहनूँ
मुझे श्याम रंग है भाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
राधा पहनन लगी, श्याम पहनाने लगे
(राधा पहनन लगी, श्याम पहनाने लगे)
राधा पहनन लगी, श्याम पहनाने लगे
राधा ने हाथ बढाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
राधा कहने लगी, "तुम हो छलिया बड़े"
(राधा कहने लगी, "तुम हो छलिया बड़े")
राधा कहने लगी, "तुम हो छलिया बड़े"
धीरे से हाथ दबाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
मनिहारी का भेस बनाया
श्याम चूड़ी बेचने आया
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
(मनिहारी का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
(छलिया का भेस बनाया)
(श्याम चूड़ी बेचने आया)
Written by: Dhananjay Mishra

