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सहस्र सहस्त्रादि संवत्सर पूर्वम् नाराग्न्यान उद्धारणाय समरपितम् आदियोगिनद्यम सप्तर्षिभ्यो बोधितम् अति श्रेष्ठम इदं विशालम विज्ञानम् आदियोगिनम प्रणमाम्यहम् आदियोगिनम प्रणमाम्यहम् आदियोगिन नमस्तुभ्यं प्रसीद योगेश्वर जन्ममरानोलंकृत महाकाल नमोस्तुते आदियोगिन नमस्तुभ्यं प्रसीद योगेश्वर जन्ममरानोलंकृत महाकाल नमोस्तुते ज्ञान श्रृंग वृषारूढ़म् प्रचंडम् विश्वेश्वरम् जटाजुटम् भस्म अंगम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् ज्ञान श्रृंग वृषारूढ़म् प्रचंडम् विश्वेश्वरम् जटाजुटम् भस्म अंगम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् पृथ्वीतेजोदकमवायु वशिकृतम् आकाश च महाभूतेश्वरम् देवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् पृथ्वीतेजोदकमवायु वशिकृतम् आकाश च महाभूतेश्वरम् देवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् निर्गुणम् त्रिगुण परम् रुद्र हर सदाशिवम् बंधपाश हरमदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् निर्गुणम् त्रिगुण परम् रुद्र हर सदाशिवम् बंधपाश हरमदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् त्रिनेत्रम् गंगाधरम् सोम् कुण्डल भूषितम् नागराज धर्मदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् त्रिनेत्रम् गंगाधरम् सोम् कुण्डल भूषितम् नागराज धर्मदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् दक्षिणाभि मुखस्थितम् योग विज्ञानं मोक्षदम् सप्तऋषिभिर्वंदितम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् दक्षिणाभि मुखस्थितम् योग विज्ञानं मोक्षदम् सप्तऋषिभिर्वंदितम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् आदियोगिन नमस्तुभ्यं प्रसीद योगेश्वर जन्ममरानोलंकृत महाकाल नमोस्तुते आदियोगिन नमस्तुभ्यं प्रसीद योगेश्वर जन्ममरानोलंकृत महाकाल नमोस्तुते ज्ञान श्रृंग वृषारूढ़म् प्रचंडम् विश्वेश्वरम् जटाजुटम् भस्म अंगम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् ज्ञान श्रृंग वृषारूढ़म् प्रचंडम् विश्वेश्वरम् जटाजुटम् भस्म अंगम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् पृथ्वीतेजोदकमवायु वशिकृतम् आकाश च महाभूतेश्वरम् देवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् पृथ्वीतेजोदकमवायु वशिकृतम् आकाश च महाभूतेश्वरम् देवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् निर्गुणम् त्रिगुण परम् रुद्र हर सदाशिवम् बंधपाश हरमदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् निर्गुणम् त्रिगुण परम् रुद्र हर सदाशिवम् बंधपाश हरमदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् त्रिनेत्रम् गंगाधरम् सोम् कुण्डल भूषितम् नागराज धर्मदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् त्रिनेत्रम् गंगाधरम् सोम् कुण्डल भूषितम् नागराज धर्मदेवम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् दक्षिणाभि मुखस्थितम् योग विज्ञानं मोक्षदम् सप्तऋषिभिर्वंदितम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् दक्षिणाभि मुखस्थितम् योग विज्ञानं मोक्षदम् सप्तऋषिभिर्वंदितम् आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् (प्रणमाम्यहम्) ...आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् (प्रणमाम्यहम्) ...आदियोगिनम् प्रणमाम्यहम् (प्रणमाम्यहम्)
Writer(s): Sounds Of Isha Lyrics powered by www.musixmatch.com
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